नमस्कार दोस्तों आज हम आपको प्रथम विश्व युद्ध से भी भयानक एक ऐसी घटना के बारे में बताने बाले है जो इतिहास की एक और बड़ी घटना मानी जाती है द्वितीय विश्व युद्ध एक ऐतिहासिक घटना थी जो दुनियाभर में संघर्ष और विनाश की ओर ले गई। इस युद्ध ने विश्व के राजनीतिक, सामाजिक और जातिवाद रूपरेखा को परिवर्तित किया जिसके कारण करोड़ो लोगो की मौतें हुई। आज हम आपको द्वितीय विश्व युद्ध की सभी जानकारी देंगे और द्वितीय विश्व युद्ध के प्रमुख कारणों, प्रभावों, और इसके इतिहास के महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा करेंगे।

द्वितीय विश्व युद्ध – Second World War
द्वितीय विश्व युद्ध एक महत्वपूर्ण घटना थी जो दुनिया के इतिहास में बड़े परिवर्तन लाई। यह युद्ध 1939 से 1945 तक चला। और इसने दुनिया के कई हिस्सों को प्रभावित किया। युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर 1939 को हुई थी जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया। इसके परिणामस्वरूप, ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी को घोषणा की कि यदि वह पोलैंड के खिलाफ हमला नहीं बंद करती, तो यह एक युद्ध का कारण बनेगा। 3 सितंबर 1939 को ब्रिटेन और फ्रांस ने जर्मनी को घोषणा की और इससे द्वितीय विश्व युद्ध का आरंभ हुआ।
क्यों हुआ यह युद्ध?
साम्राज्यवाद और अत्याचार –द्वितीय विश्व युद्ध का मुख्य कारण साम्राज्यवाद था। जर्मन राजा अडोल्फ हिटलर की नेतृत्व में कार्यरत जर्मनी ने अपनी जनता में नाजी आईडियोलॉजी का प्रचार किया। इससे जनता में जातिवाद, धर्म और जाति के आधार पर अत्याचार की भावना बढ़ी। जर्मन नेता ने यहाँ तक कह दिया कि वह एक शक्तिशाली जर्मन साम्राज्य की स्थापना करेंगे। इस संकेत से अन्य राष्ट्रों में भी साम्राज्यवाद की भावना पैदा हुई और वे भी उसी की ओर बढ़े।
राजनीतिक संघर्ष – द्वितीय विश्व युद्ध का एक महत्वपूर्ण कारण राजनीतिक संघर्ष भी था। विभिन्न देशों के बीच बड़े और संवेदनशील संकट उत्पन्न हुए, जैसे कि जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका, फ्रांस, और सोवियत संघ आदि। इन देशों के बीच आर्थिक संकट, सामाजिक असमानता, और राजनीतिक विवादों के कारण टकराव शुरू हुआ। इस संकट के कारण यह युद्ध आरंभ हुआ और एक महायुद्ध की ओर बढ़ा।
युद्ध की तारीखें
द्वितीय विश्व युद्ध, जिसे वर्ल्ड वॉर 2 के नाम से भी जाना जाता है, वह एक महत्वपूर्ण घटना थी इस युद्ध में कई देश शामिल थे, जिनमें से कुछ मुख्य थे – जैसे कि जर्मनी, जापान, संयुक्त राज्य, सोवियत संघ, इतली, फ्रांस, और ब्रिटेन। यह युद्ध दुनिया भर में क्रूरता, मृत्यु, और नुकसान का कारण बना, लेकिन इसकी घटनाओं ने दुनिया को बदल दिया और सामाजिक, आर्थिक, और राजनीतिक दृष्टिकोन से विकास की दिशा में बदलाव लाया।
(1939-1941)
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत 1 सितंबर 1939 को हुई थी, जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला करके युद्ध की शुरुआत कर दी। इस हमले से पश्चिमी दुनिया के देशों ने जर्मनी, इटली, और जापान के खिलाफ संयुक्त रूप से आक्रमण की घोषणा की।
(1942-1943)
इस युद्ध के दौरान, स्टालिनग्राद की लड़ाई (1942) और संयुक्त राज्यों द्वारा नॉर्मैंडी इन्वेजन (1944) जैसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम हुए। इन घटनाओं ने युद्ध की मोर्चा बदली और संकेत दिया कि संयुक्त राज्यों की सेनाएँ जीत की ओर बढ़ रही हैं। इन घटनाओं ने दिखाया कि जब संगठित सेनाएँ एक साथ काम करती हैं, तो वे अनोखी शक्ति का संचार कर सकती हैं और दुश्मन पर विजय प्राप्त कर सकती हैं।
(1944-1945)
द्वितीय विश्व युद्ध का अंत 7 मई 1945 को हुआ, जब संयुक्त राज्यों की सेनाएँ जर्मनी में घुसीं और बर्लिन को जीत कर युद्ध को समाप्त कर दिया।
युद्ध के प्रमुख घटनाक्रम
द्वितीय विश्व युद्ध में हुए मुख्य घटनाक्रम बहुत बड़े और जटिल थे। इन घटनाओं ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। इस युद्ध की कहानी बताती है कि कैसे राजनीतिक, सामाजिक, और आर्थिक घटनाएँ साथ मिलकर दुनिया को एक महायुद्ध की ओर ले गई।
पर्ल हार्बर – 1941 में, जापानी वायुसेना ने हवाई जगह पर्ल हार्बर पर अचानक हमला किया। इस हमले का मकसद था अमेरिकी नौसेना को कमजोर करना। इस हमले के बाद, अमेरिकी सरकार को युद्ध में प्रवेश करने का कारण मिला।
स्टालिनग्राद की लड़ाई – 1942 में, जर्मन और सोवियत संघ की सेनाएँ स्टालिनग्राद शहर में मिली। यह लड़ाई बहुत ही भयानक थी, जिसमें लाखों लोगों की मौत हो गई। सोवियत संघ ने इस लड़ाई में जीत हासिल की और जर्मन सेना को हराया।
नॉर्मैंडी ऑपरेशन – 1944 में, जब युद्ध का संघर्ष था, वहाँ एक बड़ा हमला हुआ। इसे ‘नॉर्मैंडी इन्वेजन’ के नाम से जाना जाता है। इस ऑपरेशन में अमेरिकी, ब्रिटिश, और कनाडियन सेनाएँ जर्मनी के पास बसे समुद्र तट पर आक्रमण किया। इस हमले की सफलता ने युद्ध में पराजय की ओर मोड़ दी और अमेरिका के लिए आगे का रास्ता खोला।
हिटलर की हार – 1945 में, अमेरिकी, ब्रिटिश, और सोवियत संघ की सेनाएँ जर्मनी की राजधानी बर्लिन की ओर बढ़ीं। हिटलर की सत्ता तोड़ने के बाद, यह घटना ने जर्मनी की पराजय की घोषणा की और युद्ध का अंत कर दिया। इन प्रमुख घटनाक्रमों ने द्वितीय विश्व युद्ध की महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे यह युद्ध एक नई युग की शुरुआत की ओर बढ़ा। इन घटनाओं के परिणामस्वरूप दुनिया में सुरक्षा, शांति, और विकास के लिए नई दिशा का आरंभ हुआ।
युद्ध कहा हुआ
द्वितीय विश्व युद्ध ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया। यह युद्ध दुनिया के कई हिस्सों में लड़ा गया, सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल हैं – जैसे कि यूरोप, एशिया, और प्रशांत महासागर क्षेत्र।
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युद्ध की शुरुआत
1.एक महत्वपूर्ण घटना – द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत 1939 में हुई थी, जब जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया। यह हमला एक बड़ी और उग्र घटना थी, जो दुनिया को एक नई युद्ध सीमा की ओर ले गया।
2.पोलैंड का हमला – 1 सितंबर 1939 को, जर्मन तंतु सेना ने पोलैंड की सीमा पार करके एक महाशक्ति से हमला किया। पोलैंड की सेना को इस हमले में पराजित कर दिया गया, और यह घटना युद्ध की शुरुआत की घोषणा की गई।
3.फ्रांस और ब्रिटेन – जर्मनी के हमले के बाद, फ्रांस और ब्रिटेन ने जर्मनी के खिलाफ जवाब दिया और युद्ध में शामिल हो गए। यह पश्चिमी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था जिसने दिखाया कि वे आक्रमणकारी राजनीतिक शक्तियों के खिलाफ खड़े हैं।
4.युद्ध की नई दिशा – यह घटना न केवल एक देश के बारे में थी, बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए एक महत्वपूर्ण घटना थी जो दिखाती है कि कैसे एक छोटी सी घटना दुनिया को एक महायुद्ध की ओर ले जा सकती है।
यह युद्ध न केवल राजनीतिक रूप में महत्वपूर्ण था, बल्कि यह एक सामाजिक, आर्थिक, और मानवता के परिवर्तन का संकेत भी था। यह घटना दिखाती है कि हमें दुनिया के रचनात्मक परिवर्तनों की ओर ध्यान देना चाहिए, ताकि हम समृद्धि, शांति, और सामृद्धिकी की दिशा में अग्रसर हो सकें।
कौन सा देश किसके साथ
द्वितीय विश्व युद्ध में कई देश आमने-सामने थे। जर्मनी, इटली, और जापान ने मिलकर एक संधि बनाई थी, जिसे ‘आक्रमणकारी गठबंधन’ कहा गया। इसके खिलाफ, ब्रिटेन, फ़्रांस, और सोवियत संघ जैसे देश ‘संयुक्त राज्यों’ में थे। यह संघर्षपूर्ण संगठनों के बीच महत्वपूर्ण था और दुनिया के इतिहास में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
युद्ध के कारण
द्वितीय विश्व युद्ध के कारण बहुत सारे विभिन्न समस्याएँ थीं, जैसे कि आर्थिक संकट, राजनीतिक विवाद, और अन्य सामाजिक समस्याएँ। 1930 के दशक में दुनिया भर में आर्थिक संकट महसूस होने लगा, खासकर जब जर्मनी ने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए व्यापारिक और आर्थिक सहायता की आवश्यकता महसूस की। उस समय की आर्थिक असुरक्षा ने नाजी नेताओं को उत्साहित किया, जो फिर जर्मन समाज और राजनीति को बदलने की दिशा में जा रहे थे। साथ ही, दुनिया के अन्य हिस्सों में भी आर्थिक संकट और विश्वासघात था।
सोवियत संघ में भी संकट था, जहाँ क्रूर कृषि नीति और अर्थव्यवस्था की स्थिति खराब थी। इस तरह की आर्थिक समस्याएँ और विश्वासघात उस संघर्ष की ओर ले गए जिससे यह युद्ध हुआ। इसके अलावा, इस युद्ध के कारण राजनीतिक विभाजन, सामाजिक असमानता, और धार्मिक और जातिवादी विवादों में भी छुपा था। इन सभी कारणों ने इस युद्ध को अवसर्पूर्ण बनाया और इसकी गहरी नींवें रखी।
हत्या
द्वितीय विश्व युद्ध में अत्यंत भयानक और अस्तव्यस्त मौतें हुई थीं, और उनकी सटीक संख्या पता कर पाना मुश्किल है। यह युद्ध एक विश्वयुद्ध था, जिसमें दुनिया के कई हिस्सों में लड़ाई की गई थी, लेकिन अनुमानों के अनुसार, इस युद्ध में लगभग 6 करोड़ से अधिक लोगों की मौतें हुई थी।
युद्ध कौन जीता
द्वितीय विश्व युद्ध में संयुक्त राज्यों ने अद्वितीय जीत प्राप्त की। जर्मनी, इटली, जापान और उनके सहयोगी देशों की यह युद्ध में हार हुई, जबकि संयुक्त राज्यों की संगठनशील लड़ाई और सहयोग नीति ने उन्हें जीत दिलाई। इस जीत के परिणामस्वरूप, जर्मनी की नाजी शासन, इटली की फासिस्ट सरकार और जापान की आक्रमणकारी नीति असफल हुई, और द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हो गया। इस जीत ने एक नई दुनिया क्रम की नींव रखी और संयुक्त राज्यों को विजयी बनाया।
युद्ध समाप्त कैसे हुआ
द्वितीय विश्व युद्ध 1945 में समाप्त हुआ, इसके बाद अगले कुछ महीनों में, 6 और 9 अगस्त 1945 को, संयुक्त राज्यों ने हिरोशिमा और नागासाकी में परमाणु बमों का प्रयोग किया, जिससे जापान की सरकार को अच्छे बुरे का अंदाजा लगाने के लिए मजबूर किया गया। इसके परिणामस्वरूप, 15 अगस्त 1945 को जापान ने आत्मसमर्पण की घोषणा की, जिससे द्वितीय विश्व युद्ध का अंत हुआ।
एडोल्फ़ हिटलर

एडोल्फ़ हिटलर, का जन्म 20 अप्रैल 1889 को ऑस्ट्रिया-हंगरी में हुआ था, एक जर्मन राजनीतिक नेता और जर्मन नाजी पार्टी के संस्थापक थे। उन्होंने जर्मनी की नाजी सरकार की नेतृत्व की और द्वितीय विश्व युद्ध का नेतृत्व किया। हिटलर का शासन अत्यंत विवादापूर्ण था, क्योंकि उसकी सरकार ने यहूदियों के खिलाफ जेनोसाइड की नीति को अमल में लाया था, जिसे होलोकॉस्ट कहा जाता है। द्वितीय विश्व युद्ध हारने के बाद एडोल्फ़ हिटलर ने बर्लिन में जमीन के नीचे बने अपने बंकर में 30 अप्रैल 1945 को गोली मारकर आत्महत्या करली। क्यूंकि हिटलर जनता था सोबियत संघ की सेना बर्लिन तक पहुंच जाएगी।
समापन
द्वितीय विश्व युद्ध न केवल हिंसा और विनाश का प्रतीक था, बल्कि यह दुनिया को एक समृद्ध, शांतिपूर्ण, और समाजवादी भविष्य की ओर प्रवृत्त करता है। समापन के बाद, लोगों में नई ऊर्जा, उत्साह, और सहयोग की भावना उत्थित हुई थी, जिसने उन्हें सामूहिक सुख-शांति की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
अक्सर पूछे जाने बाले प्रश्न–
Q1: द्वितीय विश्व युद्ध कब और कैसे शुरू हुआ?
उत्तर – द्वितीय विश्व युद्ध का आरंभ 1939 में हुआ था, जब जर्मनी पोलैंड पर हमला करके युद्ध की घोषणा की।
Q2: क्या युद्ध का परिणाम संयुक्त राष्ट्र की स्थापना में सहायक रहा?
उत्तर – हां, द्वितीय विश्व युद्ध के नतीजे में संयुक्त राष्ट्र की स्थापना हुई थी जो विश्व शांति और सहयोग की ओर बढ़ती है।
Q3: क्या युद्ध के नतीजे में आर्थिक सुधार हुआ?
उत्तर – जी हां, युद्ध के नतीजे में आर्थिक पुनर्निर्माण के प्रयासों से दुनिया की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
Q4: क्या यह युद्ध सामाजिक परिवर्तनों में भी नेतृत्व करता है?
उत्तर – हाँ, द्वितीय विश्व युद्ध ने सामाजिक परिवर्तनों में नेतृत्व किया और नई दिशाएँ प्रशस्त की।
Q4: एडोल्फ़ हिटलर की मौत कैसे हुई?
उत्तर – एडोल्फ़ हिटलर ने बर्लिन में जमीन के नीचे बने अपने बंकर में 30 अप्रैल 1945 को गोली मारकर आत्महत्या करली थी।
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